विलोम शब्द
• विलोम शब्द का अर्थ है ‘विपरीत’। शब्द भण्डार भाषा की विकसित अवस्था का सूचक होता है। किसी भाषा में एक प्रकार की स्थिति के लिए एक शब्द विशेष प्रचलित होता है जबकि उससे विपरीत स्थिति का बोध कराने हेतु शब्द विशेष का प्रचलन होता है।
• विलोम शब्द बनाते समय निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए–
(i) तत्सम शब्दों के विलोम तत्सम होंगे।
(ii) तद्भव शब्दों के विलोम तद्भव होंगे।
(iii) उर्दू शब्दों के विलोम उर्दू भाषा में ही होंगे।
• लिंग के आधार पर विलोम शब्द है–
राजा – रानी
स्त्री – पुरुष
नर – मादा
मोर – मोरनी
गैण्डा – मादा गैण्डा
तितली – नर तितली
विद्वान – विदुषी
कवि – कवयित्री
• गुण के आधार पर विलोम शब्द है–
पतिव्रता – कुलटा
आकर्षण – विकर्षण
वीर – कायर
राजा – रंक
• अवस्था के आधार पर विलोम शब्द–
राजा – प्रजा
आगे – पीछे
ऊपर – नीचे
दायाँ – बायाँ
• एकाधिक विलोम शब्द–
राजा– रंक/रानी/प्रजा
उर्वर– ऊसर/बंजर/अनुर्वर
उपसर्ग– परसर्ग/प्रत्यय
आदि– अनादि/अन्त
राग– द्वेष/विराग
आकर्षण– विकर्षण/प्रतिकर्षण/अनाकर्षण
सभ्य– असभ्य/बर्बर
नश्वर– अनश्वर/शाश्वत
• सटीक (निश्चित) विलोम शब्द–
धरती – आकाश – पाताल
जीव – निर्जीव – सजीव
नाथ – अनाथ – सनाथ
घोष – अघोष – सघोष
आमिष – निरामिष – सामिष
आधार – निराधार – साधार
आकार – निराकार – साकार
अगम – सुगम – दुर्गम
बोध – अबोध – सुबोध
राग – विराग – अनुराग
लोम – विलोम – अनुलोम
कामी – निष्काम – सकाम
चल – अचल – सचल
• अ उपसर्ग–
लौकिक – अलौकिक
परिहार्य – अपरिहार्य
परिग्रह – अपरिग्रह
क्षर – अक्षर
स्पृश्य – अस्पृश्य
हिंसा – अहिंसा
नश्वर – अनश्वर
• अन् उपसर्ग– तत्सम अव्यय स्वर के साथ
उदार – अनुदार
इच्छा – अनिच्छा
औपचारिक – अनौपचारिक
आदि – अनादि
ऋत – अनृत
ऐच्छिक – अनैच्छिक
अशन – अनशन
अभिज्ञ – अनभिज्ञ (अन्+अभिज्ञ)
• अन् उपसर्ग-तद्भव व्यंजन के साथ
होनी – अनहोनी
जानकार – अनजान
चाहा – अनचाहा
सुनी – अनसुनी
देखी – अनदेखी
मोल – अनमोल
• ना उपसर्ग (फारसी उपसर्ग)
कामयाब – नाकामयाब
पाक – नापाक
मुमकिन – नामुमकिन
बालिग – नाबालिग
मुराद – नामुराद
पसन्द – नापसन्द
समझदार – नासमझ
मर्द – नामर्द
• निर् उपसर्ग
दोषी – निर्दोष
अपराधी – निरपराध
रोगी – निरोग
अहंकारी – निरहंकारी
धनी – निर्धन
आकार – निराकार
आधार – निराधार
आमिष – निरामिष
• निस् उपसर्ग
संकोची – निस्संकोच
स्वार्थी – निस्स्वार्थ
कामी – निष्काम
• अप उपसर्ग
उपकार – अपकार
यश – अपयश
कीर्ति – अपकीर्ति
मान – अपमान
उपेक्षा – अपेक्षा
उत्कर्ष – अपकर्ष
• वि उपसर्ग
मत – विमत
स्मरण – विस्मरण
आकर्षण – विकर्षण
• प्रति उपसर्ग
आघात – प्रत्याघात
अर्पण – प्रत्यर्पण
अनुकूल – प्रतिकूल
• प्रत्ययों द्वारा विलोम शब्द
लघु – गुरु
लघुता – गुरुता
लघुत्व – गुरुत्व
लघुमान – गुरुमान
लघिमा – गरिमा
लघिष्ठ – गरिष्ठ
लघुतर – गुरुतर
• शब्द विलोम
योग्य – अयोग्य
यश – अपयश
उत्थान – पतन
निर्माण – ध्वंस
आदान – प्रदान
आदि – अंत
घृणा – प्रेम
उर्वर – ऊसर
स्तुति – निंदा
शुद्ध – अशुद्ध
क्रय – विक्रय
परोक्ष – प्रत्यक्ष
उदय – अस्त
विस्तृत – संक्षिप्त
कनिष्ठ – वरिष्ठ
अज्ञ – विज्ञ
स्थूल – सूक्ष्म
स्नेहसिक्त – स्नेहरिक्त
आवरण – अनावरण
स्थावर – जंगम
ह्रस्व – दीर्घ
जीवन – मरण
जागरण – निद्रा
मोक्ष – बंधन
गद्य – पद्य
उष्ण – शीत
अपव्यय – मितव्यय
आधुनिक – प्राचीन
नि:स्वार्थ – स्वार्थ
संन्यास – गृहस्थ
उग्र – शांत
उत्तम – अधम
प्रवेश – निकास
दूषित – स्वच्छ
मौन – मुखर
आयात – निर्यात
गुप्त – प्रकट
निरामिष – सामिष
दुर्लभ – सुलभ
आस्था – अनास्था
निर्मल – मलिन
रोचक – नीरस
कर्मठ – कामचोर
नित्य – अनित्य
सुधा – गरल
अतिवृष्टि – अनावृष्टि
सृष्टि – प्रलय
योग – वियोग
सर्वदा – यदा-कदा
प्रसन्न – खिन्न
वाचाल – मितभाषी
सामान्य – विशेष
बहुज्ञ – अल्पज्ञ
शोक – हर्ष
तरुण – वृद्ध
तम – प्रकाश
सत्कार – तिरस्कार
कृत्रिम – प्राकृतिक
विराम – गति
सुकर – दुष्कर
हास्य – रुदन
संक्षेप – विस्तार
निशा – दिवा
असफल – सफल
रोगी – निरोगी
सजीव – निर्जीव
खरा – खोटा
ऐश्वर्य – दरिद्रता
प्रहार – रक्षा
सदाचार – दुराचार
साध्य – असाध्य
आधार – निराधार
मांसाहारी – शाकाहारी
एकल – सामूहिक
शाश्वत – क्षणिक
अल्पायु – दीर्घायु
अर्वाचीन – प्राचीन
कृतज्ञ – कृतघ्न
भौतिक – आध्यात्मिक
त्याग – ग्रहण
मुख्य – गौण
उपकार – अपकार
अधुनातन – पुरातन
उज्ज्वल – धूमिल
निर्गुण – सगुण
उचित – अनुचित
करुण – निष्ठुर
लोक – परलोक
प्रेम – घृणा
शिष्ट – अशिष्ट
विधि – निषेध
सुमति – कुमति
अथ – इति
पराधीन – स्वाधीन
इष्ट – अनिष्ट
प्रत्यक्ष – परोक्ष
बद्ध – मुक्त
प्रशंसक – निन्दक
• अन्य विलोम शब्द–
शब्द – विलोम शब्द
श्रीगणेश – इतिश्री
मौन – मुखर
निषिद्ध – विहित
अनिवार्य – ऐच्छिक
ग्राह्य – त्याज्य
ऊर्ध्व – अध:
अग्रगामी – पश्चगामी
विशेषण – विशेष्य
उन्मूलन – रोपण
सधवा – विधवा
तिरस्कार – सत्कार
सदाशय – दुराशय
अनुरक्त – विरक्त
संधि – विग्रह
समास – व्यास
सापेक्ष – निरपेक्ष
उपसर्ग – प्रत्यय
इष्ट – अनिष्ट
अनुलोम – विलोम, प्रतिलोम
शकुन – अपशकुन
स्थूल – सूक्ष्म
अनाथ – सनाथ
अन्तरंग – बहिरंग
अवनत – उन्नत
अन्तर्द्वन्द्व – बहिर्द्वन्द्व
अन्तर्मुखी – बहिर्मुखी
अनुराग – विराग
अपेक्षा – उपेक्षा
अधम – उत्तम
अज्ञ – विज्ञ, प्रज्ञ
अगम – सुगम
अमृत – विष
अलभ्य – लभ्य
अरुचि – रुचि
अनुग्रह – विग्रह
अल्प – बहु
अतिवृष्टि – अनावृष्टि
अवनि – अम्बर
अवनति – उन्नति
आर्द्र – शुष्क
आशा – निराशा
आस्तिक – नास्तिक
आगामी – विगत
आय – व्यय
अन्त – आदि
अमावस्या – पूर्णिमा
अस्त – उदय
अनुरक्ति – विरक्ति
अग्नि – जल
अपमान – सम्मान
आलोक – अन्धकार
अन्धकार – प्रकाश
आविर्भाव – तिरोभाव
अल्पसंख्यक – बहुसंख्यक
आत्मा – परमात्मा
आग्रह – अनाग्रह
आकर्षण – विकर्षण
आद्य – अन्त्य
आसक्त – अनासक्त
आजादी – गुलामी
इहलोक – परलोक
इष्ट – अनिष्ट
उदार – कृपण
उत्कृष्ट – निकृष्ट
इच्छा – अनिच्छा
उपकार – अपकार
उत्कर्ष – उपकर्ष
उदात्त – अनुदात्त
उत्साह – निरुत्साह, अनुत्साह
उत्तम – अधम
उपयुक्त – अनुपयुक्त
उत्तीर्ण – अनुत्तीर्ण
उदयाचल – अस्ताचल
उत्तरायण् – दक्षिणायन
एकतन्त्र – बहुतन्त्र
एड़ी – चोटी
ऐतिहासिक – अनैतिहासिक
उधार – नकद
उग्र – सौम्य
एकता – अनेकता
ऐश्वर्य – अनैश्वर्य
एकेश्वरवाद – बहुदेववाद
कीर्ति – अपकीर्ति
कुरूप – सुरूप
करुण – निष्ठुर
कायर – निडर
कृत्रिम – प्राकृतिक
कर्मण्य – अकर्मण्य
कोप – कृपा
कठोर – कोमल
कृष्ण – शुक्ल
कृतज्ञ – कृतघ्न
कनिष्ठ – ज्येष्ठ
कर्म – निष्कर्म, अकर्म
कपटी – निष्कपट
कृपण – दाता
खेद – प्रसन्नता
गणतन्त्र – राजतन्त्र
गुरु – लघु
ग्रस्त – मुक्त
ग्राह्य – त्याज्य
गरल – सुधा
गौरव – लाघव
गृहस्थ – संन्यासी
गत – आगत
घात – प्रतिघात
चाह – अनचाह
चिरंतन – नश्वर
छाँह – धूप
चोर – साधु
छली – निश्छल
छूत – अछूत
जड़ – चेतन
ज्योति – तम
जल – स्थल
जीवित – मृत
जातीय – विजातीय
ताप – शीत
तम – आलोक, ज्योति
तीव्र – मन्द
तुच्छ – महान
देव – दानव
दुर्जन – सज्जन
देय – अदेय
दीर्घकाय – कृशकाय
तिमिर – प्रकाश
तामसिक – सात्विक
तुकान्त – अतुकान्त
तरल – ठोस
दिवा – रात्रि
दूषित – स्वच्छ
दुर्बल, निर्बल – सबल
दक्षिण – उत्तर
नूतन – पुरातन
नश्वर – अनश्वर, शाश्वत
निन्दा – स्तुति
नागरिक – ग्रामीण
निर्मल – मलिन
निरामिष – सामिष
निर्लज्ज – सलज्ज
निर्माण – विनाश, ध्वंस
नैसर्गिक – कृत्रिम, अनैसर्गिक
निष्काम – सकाम
निन्द्य – वन्द्य
पण्डित – मूर्ख
पक्ष – विपक्ष
प्रारम्भिक – अन्तिम
पाश्चात्य – पूर्वीय, पौरस्त्य, पौर्वात्य
पूर्ववर्ती – परवर्ती, उत्तरवर्ती
परतन्त्र – स्वतन्त्र
परमार्थ – स्वार्थ
प्रधान – गौण
प्राचीन – नवीन, अर्वाचीन
प्रमुख – सामान्य, गौण
पुष्ट – क्षीण, अपुष्ट
परिश्रम – विश्राम
पूर्व – उत्तर, पश्चिम
पूर्णता – अपूर्णता
बन्धन – मुक्ति
बाह्य – अभ्यन्तर
बहिरंग – अन्तरंग
बाढ़ – सूखा
भूत – भविष्य
भोगी – योगी
बर्बर – सभ्य
भौतिक – आध्यात्मिक
मूक – वाचाल, मुखर
मृदुल – कठोर
मुख – प्रतिमुख
मानव – दानव
मिलन – विरह
योग – वियोग
रक्षक – भक्षक
रत – विरत
रागी – विरागी
रचना – ध्वंस
रिक्त, अपूर्ण – पूर्ण
लघु – गुरु
लौकिक – अलौकिक
लिप्त – निर्लिप्त, अलिप्त
विवाद – निर्विवाद
विशिष्ट – साधारण, सामान्य
विस्तृत – संक्षिप्त
विशेष – सामान्य
वसन्त – पतझड़
बहिष्कार – स्वीकार, अंगीकार
वृद्धि – ह्रास
विमुख – सम्मुख, उन्मुख
वैतनिक – अवैतनिक
विशालकाय – क्षीणकाय, लघुकाय
व्यस्त – अव्यस्त
व्यावहारिक – अव्यावहारिक
विपत्ति – सम्पत्ति
वृष्टि – अनावृष्टि
वक्र – ऋजु
विरह – मिलन
सम – विषम
सजीव – निर्जीव
सफल – विफल, असफल
सरल – कठिन
सजल – निर्जल
स्वजाति – विजाति
सार्थक – निरर्थक
सकर्म – निष्कर्म
सुकर्म – कुकर्म, दुष्कर्म
सगुण – निर्गुण
सबल – दुर्बल, अबल
सहयोगी – प्रतियोगी
स्वतन्त्रता – परतन्त्रता
संयोग – वियोग
सकाम – निष्काम
साकार – निराकार
सुगन्ध – दुर्गन्ध
सुपथ – कुपथ
स्तुति – निन्दा
स्मरण – विस्मरण
सशंक – निशंक
सन्तोष – असन्तोष
सुधा – गरल, विष, हलाहल
संन्यासी – गृहस्थ
स्वधर्म – परधर्म
समष्टि – व्यष्टि
साक्षर – निरक्षर
समूल – निर्मूल
सत्कर्म – दुष्कर्म
सुमति – कुमति
संकीर्ण – विस्तीर्ण
सदाशय – दुराशय
सुकृति – कुकृति, दुष्कृति
स्वल्पायु – चिरायु
सुसंगति – कुसंगति
सुपरिणाम – दुष्परिणाम
सौभाग्य – दुर्भाग्य
सौम्य – उग्र
सुगम – दुर्गम
स्थूल – सूक्ष्म
स्वामी – सेवक
सृष्टि – प्रलय
स्थिर – चंचल, अस्थिर
सबाध – निर्बाध
स्वार्थ – निःस्वार्थ, परमार्थ
सत्कार – तिरस्कार
सापेक्ष – निरपेक्ष
सक्षम – अक्षम
सादर – निरादर
संकोच – असंकोच
सभ्य – असभ्य, बर्बर
सुदूर – सन्निकट
सभय – निर्भय, अभय
स्तुत्य – निन्द्य
शीत – उष्ण
श्वेत – श्याम
शासक – शासित
शयन – जागरण
शोषक – पोषक
श्लील – अश्लील
शान्ति – अशान्ति
शत्रु – मित्र
श्यामा – गौरी
हस्व – दीर्घ
हर्ष – विषाद, शोक
हिंसा – अहिंसा
क्षर – अक्षर
क्षणिक – शाश्वत
क्षम्य – अक्षम्य
अभिज्ञ – अनभिज्ञ
अर्थ – अनर्थ
अघोष – सघोष (घोष)
अग्रज – अनुज
अनंत – अंत
अनाहूत – आहूत
अरुचि – सुरुचि
अवशेष – निःशेष
अकर्मक – सकर्मक
अनुनासिक – निरनुनासिक
अल्पप्राण – महाप्राण
अर्पण – ग्रहण
अतिथि – आतिथेय
असूया – अनसूया
आकाश – पाताल
आर्ष (वैदिक) – अनार्ष
आवृत – अनावृत
आग्रह – दुराग्रह
आविर्भाव – तिरोभाव
आविर्भूत – तिरोभूत
आरूढ़ – अनारूढ़
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