फल एवं सब्जी परीरक्षण का महत्त्व, वर्तमान स्थिति एवं भविष्य
फल एवं सब्जी परीरक्षण का महत्त्व, वर्तमान स्थिति एवं भविष्य · फल व सब्जियों की गुणवत्ता को लंबे समय तक बनाए …
फल एवं सब्जी परीरक्षण का महत्त्व, वर्तमान स्थिति एवं भविष्य · फल व सब्जियों की गुणवत्ता को लंबे समय तक बनाए …
फलपाक (जैम), अवलेह (जेली), केन्डी, शर्बत, पानक (स्क्वेश) आदि को बनाने की विधियाँ फलपाक (जैम) · जैम बनाने के …
पादपों की वृद्धि, विकास व उत्पादन को प्रभावित करने वाली दशाओं को प्रतिकूल परिस्थितियों के नाम से जाना जाता है। …
फलोत्पादन का महत्त्व 1. धार्मिक महत्त्व – – धार्मिक वृक्ष – पीपल वानस्पतिक नाम – फाइकस रिलीगोसा – बेल का …
सब्जी उत्पादन की विधियाँ एवं सब्जी उत्पादन में नर्सरी प्रबन्धन वर्गीकरण (i) वानस्पतिक आधार पर सब्जियों का वर्गीकरण – …
फलोद्यान में विभिन्न पादप वृद्धि नियंत्रकों का प्रयोग – पादप वृद्धि नियामक एक नवीन शब्द है जिसको पूर्व में ‘हॉर्मोन’ …
फलोद्यान के स्थान का चुनाव एवं योजना(i) स्थान का चुनाव – स्थान से तात्पर्य उस जगह से है जहाँ बगीचा स्थापित …
फल परीरक्षण के सिद्धान्त एवं विधियाँ फल व सब्जियों को परिरक्षित करने के सिद्धांत– · फल परिरक्षण के सिद्धांत एवं विधियाँ …
उद्यान लगाने की विभिन्न रेखांकन – किसी भी उद्यान का अच्छा रेखांकन वह होता है जिसमें उद्यान की सम्पूर्ण भूमि …
औषधीय पौधों व फूलों की खेती का राजस्थान के संदर्भ में सामान्य ज्ञान औषधीय पादप 1. तुलसी (Ocimum) साधारण नाम – तुलसी, तुलीन …