राजस्थान की हवेलियाँ
● राजस्थान में जैसलमेर को ‘हवेलियों का शहर’ तथा बीकानेर को ‘हजार हवेलियों का शहर’ कहा जाता है।
जैसलमेर की हवेलियाँ
पटवों की हवेली
● इस हवेली का निर्माण सेठ गुमानचन्द पटवा द्वारा 18वीं सदी के उत्तरार्द्ध में करवाया गया।
● यह हवेली अपनी शिल्पकला, नक्काशी एवं पत्थर में बारीक कटाई के लिए प्रसिद्ध है।
● 5 मंजिला एवं 66 झरोखों से युक्त यह सबसे बड़ी हवेली है।
● पटवों की हवेली विश्व की एकमात्र हवेली है जिसकी खिड़कियाँ पत्थर की बनी हुई हैं।
● पटवों की हवेली पाँच हवेलियों से मिलकर बनी हैं।
● इसमें एक हवेली के ‘दीपघरों’ के शीशों पर ग्वालियर के मराठा शासक महादजी सिन्धिया को अंकित किया गया है।
सालिमसिंह की हवेली
● इस हवेली का निर्माण जैसलमेर के प्रधानमंत्री सालिमसिंह द्वारा 18वीं सदी में करवाया गया था।
● इस नौ खण्डी हवेली के प्रथम सात खण्ड पत्थर के और ऊपरी दो खण्ड लकड़ी के बने हुए थे। जिसको बाद में लकड़ी के दोनों खण्ड उतार लिए गए थे।
नथमल की हवेली
● इस हवेली का निर्माण महारावल बैरीसाल के समय हुआ है।
● इस हवेली के शिल्पकार ‘हाथी’ एवं ‘लालू’ थे। इस हवेली में प्रयुक्त शिल्प को दोहराया नहीं गया इसी कारण इसका शिल्प अनूठा है।
बीकानेर की हवेलियाँ
बच्छावतों की हवेली
● बीकानेर की सबसे पुरानी हवेली है।
● इस हवेली का निर्माण 1593 ई. में कर्णसिंह बच्छावत ने लाल पत्थरों से करवाया था।
रामपुरिया की हवेलियाँ
● यह हवेलियाँ अपने विशाल आँगन और स्थापत्य कला के कारण विश्व विख्यात हैं।
● रिखजी बागड़ी की हवेली (3 मंजिला) – बीकानेर
● पूनमचंद जी कोठारी की हवेली – बीकानेर
● भैरोंदान जी कोठारी की हवेली – बीकानेर
● लक्ष्मीनारायण डागा की हवेली को ‘गोल्डन किंग’ की हवेली के रूप में जाना जाता है।
● वर्ष 2012 में बीकानेर की हवेलियों को ‘वर्ल्ड मोन्यूमेंट वॉच’ कार्यक्रम में शामिल किया गया था।
● मोहता की हवेली
● मूंदड़ा की हवेली
जोधपुर की हवेलियाँ
● पाल हवेली
● बड़े मियाँ की हवेली
● पोकरण की हवेली
● पच्चीसा हवेली
● राखी हवेली
● पुष्य हवेली
खींचन
● गोलेछा की हवेली
● टाटिया की हवेली
शेखावाटी की हवेलियाँ
● रामगढ़, नवलगढ़, मण्डावा, मुकुन्दगढ़, पिलानी आदि कस्बों की उत्कृष्ट हवेलियाँ हैं जो अपने भित्ति चित्रण के लिए विश्व विख्यात है।
● शेखावाटी की हवेलियों के भित्ति चित्रण में पौराणिक, ऐतिहासिक विविध विषयों का चयन, स्वर्ण व प्राकृतिक रंगों का प्रयोग तथा फ्रेस्को बुनो, फ्रेस्को सेको व फ्रेस्को सिम्पल विधियों का प्रयोग किया गया है।
झुंझुनूँ की हवेलियाँ
● ईसरदास मोदी की हवेली – झुंझुनूँ की ‘शताधिक खिड़कियों’ के लिए विश्वविख्यात है।
● टीबड़ेवाला की हवेली
नवलगढ़
● नवलगढ़ को ‘हवेलियों का नगर’ अथवा ‘शेखावाटी की स्वर्ण नगरी’ कहा जाता है।
● पौद्दारों की हवेली
● भगतों की हवेलियाँ
● टीबड़े वाला की हवेलियाँ
● भगोरिया की हवेली।
● आठ हवेली कॉम्प्लेक्स
● चौखानी परिवार की हवेली
● रूपनिवास महल हवेली
● खुर्रेदार चबूतरों की हवेलियाँ
● मोरारका की हवेली
● जालान की हवेली
बिसाऊ
● नाथूराम पोद्दार की हवेली
● सेठ जयदयाल केड़िया की हवेली
● सीताराम सिंगतिया की हवेली
● सेठ हीरालाल – बनारसीलाल की हवेली
महनसर
● सोने-चाँदी की हवेली
मण्डावा
● सागरमल लाडिया की हवेली
● रामदेव चौखाणी की हवेली
● मण्डावा की हवेली
पिलानी
● बिरला हवेली
डूंडलोद
● सेठ लालचन्द गोयनका की हवेली
मुकुन्दगढ़
● सेठ राधाकृष्ण की हवेली
● केसरदेव कानोड़िया की हवेली
चिड़ावा
● बागड़ियों की हवेली
● डालमिया की हवेली
सीकर की हवेलियाँ
सीकर
● गौरीलाल बियाणी की हवेली
श्रीमाधोपुर
● पंसारी की हवेली
फतेहपुर
● नन्दलाल देवड़ा की हवेली
● कन्हैयालाल गोयनका की हवेली
लक्ष्मणगढ़
● केड़िया की हवेली
● राठी की हवेली
● रोनेड़ी वालों के चौक की हवेली
● जिजोड़िया हवेली
● शिवनारायण मिर्जामल कायला की हवेली
● तोलाराम परशुराम पुरिया की हवेली
रामगढ़
● रामगढ़, शेखावाटी क्षेत्र की ‘धनाढ्य सेठों की नगरी’ कहलाती है।
● बैजनाथ रुइयाँ की हवेली
● ताराचन्द रुइयाँ की हवेली
● खेमका सेठों की हवेलियाँ
चूरू की हवेलियाँ
● मंत्रियों की हवेली
● सुराणों की हवेली
● रामनिवास गोयनका की हवेली
● दानचंद चोपड़ा की हवेली – सुजानगढ़ (चूरू)
● मालजी का कमरा – मालचंद कोठारी द्वारा निर्मित।
उदयपुर की हवेलियाँ
● बागौर की हवेली
● उदयपुर में पिछोला झील के निकट बागौर की हवेली का निर्माण ठाकुर अमरचंद बड़वा ने करवाया।
● 1986 में यहाँ पर पश्चिमी क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र को स्थापित किया गया है।
● इसी हवेली में विश्व की सबसे बड़ी पगड़ी रखी हुई है।
● बाफना की हवेली
● मोहनसिंह जी की हवेली
● पिपलिया की हवेली।
कोटा की हवेलियाँ
● बड़े देवता की हवेली – इसे देवता श्रीधरजी की हवेली भी कहा जाता है।
● झालाजी की हवेली – जालिमसिंह द्वारा निर्मित हवेली।
जयपुर की हवेलियाँ
● पुरोहित जी की हवेली
● नाटाणियों की हवेली
● ख्वास जी की हवेली
● धाबाईजी की दीवान साहब की हवेली
● रत्नाकर पुण्डरीक की हवेली
● चूड़सिंह की हवेली (आमेर में)
● नानाजी की हवेली।
झालावाड़ की हवेलियाँ
● काले बाबू की हवेली
● सात खाँ की हवेली
● गुलजार हवेली
● दीवान साहब की हवेली
● बादशाह की हवेली (अकबर के समय निर्मित) – अजमेर
● वंशी पत्थर की हवेली – करौली
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