प्रजनन प्रणाली
प्रजनन प्रणाली – जीवों में सन्तान उत्पन्न करने की प्रक्रिया को जनन कहते हैं। मनुष्य में लैंगिक जनन पाया जाता …
प्रजनन प्रणाली – जीवों में सन्तान उत्पन्न करने की प्रक्रिया को जनन कहते हैं। मनुष्य में लैंगिक जनन पाया जाता …
जन्तुओं में परिसंचरण रक्त (Blood) रक्त का अध्ययन à Haematology रक्त निर्माण की क्रिया à Haemopoiesis (लाल अरिथमज्जा में) – रक्त एक लाल रंग का …
जंतुओं में श्वसन – सजीवों के शरीर में होने वाली समस्त जैविक क्रियाओं के संचालन हेतु ऊर्जा की आवश्यकता होती …
जंतुओं में पोषण पोषण– जीवों में पोषक पदार्थों को प्राप्त करना ही पोषण कहलाता है। पोषण जीवों को ऊर्जा प्रदान करने, शारीरिक वृद्धि एवं विकास में, रोगों से सुरक्षा में, शारीरिक मरम्मत में तथा उपापचयी क्रियाओं में सहायक है। पोषण की विधि के आधार पर जीव दो प्रकार के होते हैं- (1) स्वपोषी (2) विषमपोषी स्वपोषी:- – ऐसे जीव, जो अपना भोजन स्वयं ही संश्लेषित करते हैं,जिसे स्वपोषी कहते है। – हरे पेड-पौधे, प्रकाश संश्लेषी जीवाणु, रसायन संश्लेषी जीवाणु, …
फसल के प्रमुख रोग और उनका नियंत्रण: रोगों का वर्गीकरण – पादप रोग विज्ञान तीन ग्रीक शब्दों से मिलकर बना …
जैव प्रौद्योगिकी और इसके अनुप्रयोग आनुवंशिकी अभियांत्रिकी (Genetic Engineering):- – इसके द्वारा किसी प्राणी के जीन्स तथा आनुवंशिक पदार्थ में …
पर्यावरणीय मुद्दे पर्यावरण प्रदूषण – मानव सभ्यता के विकास के साथ उसकी आवश्यकताओं का भी विस्तार हुआ। तेजी से बढ़ती हुई आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु मनुष्य ने प्राकृतिक संसाधनों का दोहन शुरू किया। – औद्योगिक एवं तकनीकी विकास जैसे हथियारों के सहारे मानव ने अपनी स्वार्थी प्रकृति और जनसंख्या के दबाव में प्रकृति का अनियन्त्रित दोहन किया। – हर बड़े नगर के साथ औद्योगिक क्षेत्र का विकास हुआ और इन उद्योगों से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थों के बढ़ने से पर्यावरणीय प्रदूषण नामक समस्या का जन्म हुआ। प्रदूषण का अर्थ एवं परिभाषा – “वायु, जल एवं मृदा के भौतिक, रासायनिक व जैविक गुणों में होने वाला ऐसा अवांछित परिवर्तन जो मनुष्य के साथ ही सम्पूर्ण परिवेश के प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक तत्त्वों को हानि पहुँचाता है, प्रदूषण कहलाता है।” प्रदूषक-वे पदार्थ जो प्रदूषण के लिए …
पारिस्थितिकी और पर्यावरण पारिस्थितिकी:- – जीवों के पारस्परिक तथा वातावरण के साथ उनके संबंधों के वैज्ञानिक अध्ययन को पारिस्थितिकी कहते हैं। – सर्वप्रथम Ecology शब्द का प्रयोग जर्मन वैज्ञानिक अर्नेस्ट हेकेल द्वारा किया गया। – वर्तमान समय में पारिस्थितिकी को व्यापक अर्थों में परिभाषित किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत न केवल पौधों एवं जंतुओं तथा उनके पर्यावरण के बीच अन्तर्संबंधों का अध्ययन किया जाता है। – रामदेव मिश्रा को ‘भारतीय पारिस्थितिकी का जनक’ कहा जाता है। पारिस्थितिकी तंत्र:- – पारितंत्र या पारिस्थितिकी तंत्र की संकल्पना का प्रतिपादन सर्वप्रथम 1935 …