पशुओ का प्रबंधन एवं संरक्षण (Management and protection of animals)
चारे का संरक्षण :- – जब हरे चारे की बहुतायत हो उस समय चारे को काटकर असामान्य …
चारे का संरक्षण :- – जब हरे चारे की बहुतायत हो उस समय चारे को काटकर असामान्य …
भेड़ की नस्लों का विवरण 1. जगत (Kingdom) – जन्तु जगत (Animalia) 2. संघ (Phylum) – र्कोडेटा (Cordata) 3. वर्ग (Class) – स्तनधारी (Mammalia) …
मुर्गियों की नस्लों का विवरण – ICAR – राष्ट्रीय पशु आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, (NBAGR) के अनुसार भारत में मुर्गियों की कुल 19 नस्लें पंजीकृत हैं। …
बकरी की नस्लों का विवरण – ICAR – राष्ट्रीय पशु आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, (NBAGR) के अनुसार भारत में बकरियों की पंजीकृत कुल 37 नस्लें हैं। 1. …
डेयरी विज्ञान – विश्व में भारत दुग्ध उत्पादन में प्रथम। – 2019-20 के आँकड़ों के अनुसार भारत में कुल दूध …
20 वीं पशुगणना 20th Livestock Population 2019 Species Million Ranking in world Population Cattle 192.5 VIth Buffalo 109.9 IInd Sheep 74.3 …
पशु स्वास्थ्य व बीमारियां ¨ चिकित्सा विज्ञान की परिभाषा – विज्ञान की वह शाखा जिसमें किसी रोग का पता लगाकर रोगों के इलाज, रोकथाम तथा नियंत्रण का अध्ययन किया जाता है अथवा विज्ञान की वह शाखा जिसका संबंध रोगों की पहचान, निदान, इलाज और रोकथाम से हो, उसे चिकित्सा विज्ञान कहते हैं। पशु चिकित्सा विज्ञान का पिता (Father of Veterinary Medicine) – रीनेटस वेजेटियस चिकित्सा विज्ञान का पिता – हिपोक्रेटस ● Preventive Medicine – पशु चिकित्सा विज्ञान की वह शाखा जिसके अन्तर्गत पशुओं में फैलने वाली संक्रामक बीमारियों का कारण, लक्षण, उपचार व बचाव आदि का अध्ययन किया जाता है। जैसे – विषाणु जनित रोग, जीवाणु जनित रोग, प्रोटोजोआ जनित रोग आदि। ● Clinical Medicine – पशु चिकित्सा विज्ञान की वह शाखा जिसके अन्तर्गत पशुओं में तंत्र से संबंधित बीमारियों का अध्ययन जैसे कारण, निदान, उपचार व बचाव के संबंध में उपचार किया जाता है। जैसे – मेटाबॉलिक रोग, आनुवंशिक रोग व विटामिन से संबंधित रोग आदि। क्र. सं. स्वस्थ्य पशुओं के लक्षण …
राजस्थान के विभिन्न पशु मेले – पशु मेले :- क्र.स. पशु मेले स्थान गौवंश तिथि 1. बलदेव पशुमेला मेड़ता,नागौर नागौरी चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से …
¨ सामान्य दवाइयाँ व उपयोग :- शब्दावली (Terminology) :- क्र.सं. शब्दावली परिभाषा उदाहरण 1. Antiseptic (जीवाणुरोधक) इस प्रकार की औषधियाँ जीवाणु …
पशुओं की आयु ज्ञात करना (Ageing of Animals) पशुओं में आयु निम्न प्रक्रियाओं से ज्ञात की जाती है– 1. पशु का रिकॉर्ड देखकर (date of birth) 2. पशु की शारीरिक दशा देखकर – आँखें, पीठ, त्वचा अयन, थन स्वभाव आदि को देखकर। …